Ph.D. Admission Policy 2020

शिक्षा शास्त्र

आईआईएम जम्मू में शिक्षा शास्त्र अलग अलग पाठ्यक्रमों के लिए भिन्न होता है, जिनमें से अधिकांश के लिए केस स्टडी (मामला अध्ययन) प्रमुख होता है। इसके अलावा समूह और व्यक्तिगत परियोजनाएं, विद्यार्थी प्रस्तुतियां, सतत अनुकरण अभ्यास, व्यापार खेल, भूमिका अदा करना, फील्ड यात्राओं आदि का इस्तेमाल किया जाता है। कई पाठ्यक्रमों में उद्योग क्षेत्र से विशेषज्ञों को बुलाया जाता है ताकि कक्षा के अध्ययन को उद्योग पद्धति के साथ एकीकृत किया जा सके।

अधिकांश कक्षाएं विशिष्ट विषय पर चर्चा आधारित होती है, जिसमें प्रत्येक कक्षा के लिए विशिष्ट विषय दिया जाता है। प्रत्येक तिमाही शुरू होने से पहले, विद्यार्थियों को प्रत्येक कक्षा के लिए सामग्री दी जाती है और उनसे यह अपेक्षा की जाती है कि वे कक्षा से पहले सभी सामग्री को पढ़ें और अपने सहकर्मी समूहों में उसके बारे में प्रारंभिक चर्चा करें।

कक्षा में चर्चा के दौरान यह उम्मीद की जाती है कि विद्यार्थी उसमें भाग लेंगे और महत्वपूर्ण योगदान करेंगे। शिक्षक विचार विमर्श में विद्यार्थियों के योगदान पर नजर रखते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि पाठ्यक्रम के दौरान सभी विद्यार्थियों को समान अवसर उपलब्ध हों। आईआईएम जम्मू के विद्यार्थियों को औसतन 18 महीने का पूर्ववर्ती कार्यानुभव होता है। ऐसे विद्यार्थियों को अपने कार्यानुभव से कक्षा में अपना दृष्टिकोण रखने का अवसर मिलता है, जिससे विचार विमर्श को पर्याप्त समृद्ध बनाने में मदद मिलती है