Srinagar Off-Campus

श्रीनगर ऑफ-कैंपस

Noida Campusआईआईएम जम्मू के पारगमन उप-परिसर का उद्घाटन ने 24 जनवरी, 2020 को श्रीनगर में किया गया। इस परिसर का उद्घाटन मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने किया। इस अवसर पर जम्‍मू कश्‍मीर के माननीय उपराज्यपाल के सलाहकार श्री के. के. शर्मा, प्रो. बी.एस. सहाय, निदेशक आईआई जम्मू और केंद्र तथा राज्‍य सरकार के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। श्रीनगर जम्‍मू–कश्‍मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी है और परिसर एनएच 1 नोगाम पर, श्रीनगर शहर के केंद्र में स्थित है, जो श्रीनगर के शेख उल आलम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। पारगमन परिसर में रहने की सुविधा है और यह प्रबंधन शिक्षा और उद्यमिता के क्षेत्र में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में निर्मित है। पारगमन परिसर में क्षेत्र में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने वाला एक ऊष्मायन केंद्र भी होगा। कश्मीर को एशिया के स्विट्जरलैंड और श्रीनगर को 'धरती पर स्वर्ग' के रूप में जाना जाता है। झेलम नदी के किनारे स्थित सुरम्य शहर अपने आगंतुकों को समय का सबसे अच्छा अनुभव प्रदान करता है। आईआईएम जम्मू का श्रीनगर कैम्पस स्वर्ग के स्पर्श के साथ उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण का मिश्रण देकर श्रीनगर शहर के स्थानीय महत्व का लाभ उठाता है।

आईआईएम जम्मू श्रीनगर ऑफ कैंपस ने अपने परिसर में निम्‍नांकित प्रमुख गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया है:

  • क्षमता निर्माण के लिए प्रबंधन विकास केंद्र
  • नवाचार और उद्यमशीलता केंद्र (ऊष्मायन केंद्र) की स्थापना

1. क्षमता निर्माण के लिए प्रबंधन विकास केंद्र

अंतराल क्षेत्रों की पहचान के लिए राज्य विशिष्ट व्यवसायों और उद्यमों की क्षमता का पता लगाने के लिए स्वतंत्र अध्ययन।

अंतराल क्षेत्र मोटे तौर पर निम्नलिखित श्रेणियों के अंतर्गत आते हैं:

  • ज्ञान अंतराल
  • कौशल अंतराल
  • प्रौद्योगिकी अंतराल
  • प्रबंधकीय अंतराल
  • अवसंरचना अंतराल

इसलिए, विभिन्न पहल की गई हैं जो इस प्रकार हैं:

  •  हितधारकों अर्थात शिक्षित युवाओं, सूक्ष्‍म, लघु तथा मध्‍यम उद्यमों,  सरकारी संस्थानों, सार्वजनिक वित्तपोषित अनुसंधान संगठनों और इसी प्रकार के अन्‍यों के बीच ज्ञान निर्माण और प्रसार के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम।
  •  प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी), अल्पकालिक (ऑनलाइन और ऑफलाइन मॉड्यूलर कार्यक्रम, विभिन्न संगठनों के लिए खुले और अनुकूलित कार्यक्रम)   
  • प्रौद्योगिकी परामर्श, गोलमेज सम्मेलन, अवधारणा के लिए सेमिनार, प्रौद्योगिकियों का व्यावसायीकरण तथा उन्नयन, जानकारी का हस्तांतरण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण।
  •  संचालन, विपणन, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्त आदि के क्षेत्र में अवसर पहचान, कार्य नीति निर्माण , नेतृत्व विकास, व्यवसाय मॉडल और अन्य डोमेन विशिष्ट पहलों पर केंद्रित कार्यक्रम।
  • राज्य और क्षेत्र में एक बहुत ही अनुकूल और जीवंत कारोबारी माहौल बनाने के लिए वैधानिक और विनियामक निकायों के सदस्यों के लिए कार्यकारी विकास कार्यक्रम (ईडीपी), एमडीपी और उन्नत प्रबंधन कार्यक्रम।
  • समय और स्थान के अनुरूप उचित  समझे जाने वाले कौशल विकास कार्यक्रमों, क्षमता विकास कार्यक्रमों  के माध्यम से मौजूदा उद्यमों के अंतराल  को पूरा किया जाएगा। कंपनियों , सरकार, सार्वजनिक उपक्रमों, शैक्षिक संस्थानों, नियामक निकायों आदि  सहित  विभिन्नसंगठनों के लिए  अलुकूलित कार्यकारी कार्यक्रमों के निर्माण  और संचालन के प्रयास किए  जाएंगे। अनुकूलित कार्यक्रमों से  उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा किया  जाएगा और उन्हें कार्यनीतिक समाधान प्रदान किया जाएगा तथा यथोचित विकास के कार्य किए जाएंगे। ये कार्यक्रम, मूल्य वर्धित वितरण सुनिश्चित करने के लिए हितधारकों के साथ घनिष्ठ सहयोग से तैयार और डिजाइन  किएजाएंगे।
  • ई-सक्षम कार्यक्रमों को अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से पेश किया जाएगा। इससे व्यावसायिक अधिकारियों और प्रबंधन प्रतिभा को वास्तविक समय में ज्ञान हासिल करने और सीखने में मदद मिलेगी । ऐसाहमारे स्टूडियो से अत्यधिक इंटरैक्टिव और लाइव सत्रों के माध्यम से किया जाएगा।
  •  हमारे खुले नामांकन कार्यक्रम विभिन्न विशिष्ट क्षेत्रों के लिए डिज़ाइन किए गए लघु अवधि पाठ्यक्रमों के व्यापक पोर्टफोलियो की पेशकश करेंगे। इन कार्यक्रमों से प्रबंधन प्रतिभा, रुचि और पेशेवर आवश्यकता के आधार पर कार्यक्रम का चयन कर सकेंगे।
  •  आशावान और अप्रयुक्त व्यावसायिक अवसरों की पहचान की जाएगी, व्यवहार्यता अध्ययन किया जाएगा और निष्पादन में सहायता प्रदान की जाएगी।
  • राज्य और क्षेत्र में उद्यमशीलता को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए उद्यमी जागरूकता और बूथ शिविर।

पेश किए गए कार्यक्रम

  •  प्रबंधन विकास कार्यक्रम।
  • संकाय विकास कार्यक्रम।
  • कार्यकारी विकास कार्यक्रम।
  • नेतृत्व विकास कार्यक्रम।
  •  प्रायोजित अनुसंधान और परामर्श।
  • कार्यकारी अधिकारियों के लिए ऑनलाइन इंटरएक्टिव प्रशिक्षण कार्यक्रम
  • कार्यशालाएं, गोलमेज सम्मेलन / राष्ट्रीय / अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन।
  • इन्‍क्‍यूबेशन
  • उद्यमिता विकास कार्यक्रम

2. नवाचार और उद्यमिता केंद्र (इन्‍क्‍यूबेशन केंद्र)

नीति आयोग की पहल और प्रावधानों के अनुरूप, उद्यमिता के माध्यम से रोजगार सृजन के लिए प्रोत्साहन पर सबसे अधिक ध्‍यान दिया जा रहा है। यह न केवल व्यापारिक पहलों में बदलाव लाएगा, बल्कि श्रीनगर में आईआईएम जम्मू के ऑफ-कैम्पस को आत्मनिर्भरता भी प्रदान करेगा। बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर विकसित करने पर प्रमुखता से जोर दिया जा रहा है जिसकी सफलता की कहानियां है। मूल्य अंतर को पूरा करने के लिए व्‍यवहार्यर्ता के आधार पर आशाजनक प्रस्तावों की जांच की जाएगी और उन्‍हें संक्षिप्‍त सूची में शामिल किया जाएगा

शुरू में इस तरह के आशाजनक और संभावना वाले 5 प्रस्तावों को आवश्यक भौतिक और बौद्धिक बुनियादी ढांचे के साथ पूरे एक वर्ष के लिए पोषित किया जाएगा। शून्य वर्ष की सीख को आत्मसात करने के बाद, दस प्रस्तावों पर बाद के हर वर्ष में काम किया जाएगा।

इन्‍क्‍यूबेट की इनक्‍यूबेशन मॉडल पाइपलाइन

  • हर साल, श्रीनगर में आईआईएम जम्मू के ऑफ-कैंपस भविष्य के स्टार्ट-अप बनने के लिए लगभग 10 परियोजनाएं शुरू करेंगे।
  • इन इनक्यूबेटरों का चयन एक प्रतिस्पर्धात्मक जांच  प्रक्रिया और संभावित स्टार्ट-अप्स की प्रस्तुतियों के माध्यम से किया जाएगा।
  • इन इनक्यूबेट की  उन क्रियाओं  की निगरानी की जाएगी  जिन्हें वे अपने विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए कर रहे हैं।
  • इन इनक्यूबेट की जांच की जाएगी और जो सबसे अधिक विकास क्षमता का प्रदर्शन करेंगे, उन्हें सभी संभव सहायता  के साथ तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।
  • कामकाज के उच्च स्तर पर सबसे अधिक संभावित प्रगति दिखाने वालों के साथ इनक्यूबेट्स के स्व-चयन की अनुमति देने के लिए कार्यक्रम बनाना।

इनक्यूबेट्स के प्रस्ताव की जांच करने और चयन के लिए सिफारिश करने के लिए एक जांच समिति का गठन किया गया है। चयन, तकनीकी प्रलेखन की समीक्षा और प्रस्तावक के व्यावसायिक उद्यम को परिभाषित करने वाली व्यावसायिक योजना पर आधारित है। यदि आवश्यक हो, तो टेनेंट के, इनक्यूबेटर में भर्ती होने से पहले प्रस्ताव का एक विस्तृत तकनीकी और वाणिज्यिक मूल्यांकन किया जाता है। एक त्रैमासिक मील का पत्थर और मासिक स्थिति रिपोर्ट इनक्यूबेट द्वारा प्रस्तुत ताकि उनकी प्रगति पर नजर रखी जा सके।

संपर्क:
ईमेलः Chairperson.exedu@iimj.ac.in