भारत में पिछले कुछ वर्षों में आर्थिक विस्तार का उच्च स्तर दिखायी दिया है और राष्ट्र आज एक ज्ञान संचालित अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। हमारे देश की वृद्धि और विकास को ध्यान में रखते हुए, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने 2016 में शीर्ष गुणवत्ता वाले पेशेवरों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थान जम्मू की स्थापना की। नवगठित संस्थान के संस्थापक निदेशक के रूप में इसका संचालन करना मेरे लिए सौभाग्य और सम्मान की बात है।
आईआईएम जम्मू का प्रबंधकीय प्रतिभा के श्रेष्ठ पोषण और विकास के दर्शन में दृढ़ विश्वास है। इस विश्वास के साथ, संस्थान शैक्षिक जगत, अनुसंधान, प्रबंधन शिक्षा, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और मजबूत उद्योग इंटरफेस में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने का प्रयास करता है। हमारा लक्ष्य दुनिया के बेहतरीन बिजनेस स्कूलों में से एक के रूप में उभरने का है।
हमने ऐसे नीतिपरक व्यक्तित्व और उद्यमी विकसित करने के लिए उच्च स्तरीय मानक निर्धारित किए हैं, जो न केवल व्यापार, वाणिज्य और उद्योग के प्रति समर्पित हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान के लिए सामाजिक रूप से जागरूक भी हैं और दुनिया में देश का नाम रोशन करते हैं। इन उद्देश्यों को पूरा करते हुए, संस्थान दुनिया भर में अग्रणी बिजनेस स्कूलों के साथ और भारत में अग्रणी संस्थानों के साथ साझेदारी विकसित कर रहा है।
हमारा मुख्य ध्यान अभ्यास-उन्मुखी शिक्षा और एक समसामयिक उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम की रूपरेखा बनाने पर केन्द्रित है। हम अपने कार्यक्रमों और गतिविधियों के लिए वैश्विक दृष्टिकोण विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं। इससे विद्यार्थियों को प्रबंधन पद्धतियों को आत्मसात करने और व्यापार, वाणिज्य और उद्योग के प्रबंधन में अलग-अलग सांस्कृतिक मुद्दों के महत्व को समझने और राज्य को अपना औद्योगिक आधार बढ़ाने में मदद मिलेगी।
अनुसंधान आईआईएम जम्मू का केन्द्र बिन्दु है। हम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और वैश्विक मुद्दों पर केंद्रित समसामयिक शोध को प्रोत्साहित करते हैं। यह सिद्धांत और व्यवहार के बीच एक प्रभावी कड़ी के रूप में काम करेगा और इसका लक्ष्य पाठ्यक्रम को व्यवहार-उन्मुखी बनाने पर विशेष जोर देने के साथ ही कक्षाओं के लिए प्रासंगिक पाठ्य सामग्री तैयार करना है। क्षमता निर्माण, प्रबंधन शिक्षा और कॉर्पोरेट, सरकार तथा अन्य संगठनों के लिए परामर्श प्रदान करना संस्थान की पहचान होगी। संस्थान उन विषयों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है जो समूचे क्षेत्र और जम्मू-कश्मीर की वृद्धि एवं तीव्र विकास में मदद करेंगे।
संस्थान के समक्ष संभावनाएं और चुनौतियां बहुत बड़ी हैं, परन्तु, विद्यार्थियों, संकाय सदस्यों, कॉर्पोरेट जगत, शासक मंडल (बोर्ड ऑफ गवर्नर्स), मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार और राज्य सरकार सहित सभी हितधारकों के सहयोग से, आईआईएम जम्मू प्रबंधन शिक्षा में एक नया मानक स्थापित कर रहा है। आईआईएम जम्मू एक ऐसे समुदाय का निर्माण करने के प्रति वचनबद्ध है जो जीवंत हो और आजीवन सीखने का अनुभव और व्यावसायिक विकास के अवसर प्रदान करे।
मैं आपको आईआईएम जम्मू की यात्रा करने और हमारे विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के साथ बातचीत करने, शैक्षणिक और अनुसंधान का परिवेश देखने और इस संस्थान निर्माण यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता हूं।