International Banner

संस्थान में विद्यार्थी आदान प्रदान

वापस

आईआईएम जम्मू आईएसईपी के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों को अपने जम्मू या श्रीनगर परिसर में एक शैक्षिक अवधि तक अध्ययन के लिए स्वीकार करता है।

आईआईएम जम्मू के साथ औपचारिक अनुबंध रखने वाले किसी भी विश्वविद्यालय में पंजीकृत कोई भी विद्यार्थी जो अपनी डिग्री का कुछ भाग आईआईएम जम्मू में अध्ययन करने का इच्छुक हो और अपने गृह संस्थान को प्राप्त सभी क्रेडिट लेना चाहता/चाहती हो, वह आईआईएम जम्मू में पंजीकरण करा सकता/सकती है।

आदान प्रदान के तहत संस्थान में आने वाले विद्यार्थी को पंजीकरण के लिए निम्नांकित औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी :

  • पात्रता

  1. किसी अनुमोदित अंतर्राष्ट्रीय आदान प्रदान भागीदार से आईआईएम जम्मू आने वाले विद्यार्थी आईआईएम जम्मू में एक शैक्षिक सत्र से अधिक पूरा करने के पात्र नहीं होंगे।
  2. आदान प्रदान अवधि के पूरा होने पर, विद्यार्थी को अपनी डिग्री पूरी करने के लिए या तो अपने गृह संस्थान को लौटना होगा, अथवा आईआईएम जम्मू में औपचारिक रूप से दाखिला लेना होगा, बशर्ते वे निम्नांकित शर्तें पूरी करते हों :
    • अपने गृह संस्थान से मंजूरी प्राप्त की हो।
    • आईआईएम जम्मू की दाखिला संबंधी अपेक्षाएं पूरी की हो।
    • आवेदन प्रक्रिया पूरी की हो।
  1. आदान प्रदान पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियोंको ऑनलाइन आवेदन प्रपत्र पूरा करना होगा और निर्दिष्ट दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
  2. आईआईएम जम्मू में शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी है। अतः आने वाले आदान प्रदान विद्यार्थियों को अंग्रेजी बोलने और लिखने में प्रवीण होना चाहिए।
  • पंजीकरण प्रक्रिया

  1. गृह संस्थान से पूरी तरह परिपूर्ण और हस्ताक्षरित आधिकारिक आदान प्रदान प्रपत्र प्राप्त करें।
  2. आईआईएम जम्मू  का आनलाइन प्रपत्र भरें  और सुनिश्चित करें कि सभी अपेक्षित दस्तावेज अपलोड कर दिए गए हैं।
  3. दाखिला कार्यालय से आदान प्रदान विद्यार्थी के रूप में स्वीकृति पत्र प्राप्त करें और गृह संस्थान में पंजीकरण को अंतिम रूप दें।
  4. दोनों संस्थानों में पंजीकरण पूरा होने पर विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन करें और यात्रा संबंधी प्रबंध करें।
  5. यात्रा प्रबंधों की पुष्टि होने के बाद विद्यार्थियों को चाहिए कि वे तत्संबंधी जानकारी आईआईओ को प्रदान करें, ताकि जम्मू में उनके सुचारू आगमन में सहायता की जा सके। विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे किसी अप्रमाणित स्रोत की बजाए आईआरओ से जानकारी प्राप्त करें और जम्मू में प्रवास के बारे में यदि उनके मन में कोई संदेह हो, तो आईआरओ से उसे दूर करें।